श्रद्धांजलि सुशांत राजपूत को।
सब कुछ तो ठीक था फिर क्यो? सुशांत
ज़िन्दगी में बहुत से अभिनय किये
उसमे पिता का भी अभिनय था
तुमने ही बोला था ना........
पिता के लिए उसका बच्चा सबकुछ है
बच्चा चाहे सफल हो या ना हो
उसकी जिंदगी महत्वपूर्ण है....
बूढ़े पिता का एक बार सोच लिये होते....
अपनो की आंखे नम कर गए
हम तुम्हे कभी नही भूल पाएंगे
अच्छी यादों में हमेसा रहोगे।
आप कि आत्मा को शांति मिले..
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