स्टाइल थोड़ा पुराना था पर
खत का भी एक जमाना था
यादों की किताब थी
प्यार का खजाना था
प्यार आंखों से सुरु होता
और खत में दिख जाता था
इजहारे मोहब्बत खत से होकर
दिल तक पहुच जाता था
तन्हाई में दोस्त की जरूरत
खत से पूरी हो जाती थी
कभी कोई अपना रूठता
तो खत से मान जाता था
दिल का हाल ...
खत से जान जाता था
खत सिर्फ कागज़ का पन्ना नही था
जज्बातों से सजी दुनिया थी
समय बदला स्टाइल भी बदला
अब sms का जमाना है
चंद शब्दो में सिमटा सा
ज़िन्दगी का यही फसाना है।
@tri....