प्रस्थितिया कैसी भी हो
समस्याए कितनी भी ताकतवर क्यो न हो
जितने के लिए लड़ना तो है ही
कोई साथ हो या ना हो
कोई उम्मीद हो या न हो
डट कर खड़ा रहना तो है ही
हिम्मत से लड़ना तो है ही।
मुकाबला चाहे एक दिन का हो या एक साल का
जंग में चाहे हार हो या जीत
इस बात को सोचे बिना
दुश्मन से दो दो हाथ करना तो है ही
निडर और साहसी हो कर लड़ता तो है ही।
कल की परवाह किये बिना
आने वाले कल के लिए
आज संघर्ष करना तो है ही
विश्वास के साथ लड़ना तो है ही।
मन भयबीत है क्या होगा पता नही
कौन साथ होगा कौन नही
पर जो आज साथ है
उन्हें साथ लेकर चलना तो है ही
जिनके लिए लड़ना तो है ही।
सूरज की रोशनी चाँद की चाँदनी संग
रोज बैठ कर बात करने की आदत है
इस आदत को ज़िंदा रखने के लिए
खुद को खुश रखना तो है ही
दुख कितना भी क्यो न हो लड़ना तो है ही।
एक अलग सोच के साथ
एक अलग उम्मीद के साथ
खुद की पहचान बनाते हुए
आगे बढ़ना तो है ही।
एक नई ऊर्जा के साथ लड़ना तो है ही।
✍️त्रिभुवन शर्मा
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