शुक्रवार, 27 नवंबर 2020

सब मोह माया है।

 

जग है माया खेल है जीवन
कब तक खुद को बचाएगा?
जैसा कर्म करेगा बन्दे
वैसा ही फल पायेगा।
थोड़ा थोड़ा लूट पाट कर
कितना माल बनाएगा।
अहंकार के महल में 
कब तक दीप जलाएगा!
सब है तेरा कहता है तू
कब तक यह कह पायेगा।
आज तेरा जो भी है बन्दे
कल किसी और का हो जाएगा।
क्या सोना है क्या चाँदी है
सब धरा रह जायेगा।
रिश्ते नाते झूठे बन्दे
एक दिन आँख दिखाएंगे।
अभी समझ न पाया गर तु
फिर कभी समझ न पायेगा।
खाली हाथ तू आया बन्दे
खाली हाथ ही जायेगा।
मिट्टी से बना है जीवन
सब मिट्टी में मिल जाएगा।
सादा जीवन उच्च विचार
तुझे अमर कर जाएगा।
@tri..

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