बुधवार, 14 अक्टूबर 2020

कलाम तुझे सलाम

 

न हिन्दू थे न मुसलमान
थे हिन्दुस्तान की शान
बच्चो के थे दिल के तारे
युवाओं के आदर्श निराले
गरीबी में थे पले बड़े
ज़िद्द पे अपने रहे अड़े
कभी मुश्किलों से डरे नही
मिली चोट पर रुके नही
निरंतर किया उन्होंने अभ्यास 
कभी न हुए वे हताश
हिम्मत लगन उनके खून में था
साहस उनके अस्तित्व में था
आदर्श संस्कार माँ से मिला
ईमादारी का सबक पिता ने दिया
कर्तब्य पथ ने निडर बना दिया
सपनो ने जीना सीखा दिया 
सपने थे आसमान को पाने की
हौसला था इतिहास बनाने की
करते रहे प्रयास पर प्रयास 
बनाते गए मिसाइल ख़ास
परमाणु परीक्षण कर बने महान
देश को हुआ इनपर अभिमान 
देश ने दिया भारतरत्न का सम्मान
देश ने गाया गौरवगान
मिसाइल मैन तुझे प्रणाम
कलाम तुझे सलाम।
@tri....

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