शुक्रवार, 26 जून 2020



सक्सेस के टिप्स.


एक छोटा सा बच्चा गर्मियों की छुटी में अपने गांव आया।उछलते कूदते हुए अपने दादाजी के पास गया और कहता है "दादाजी जब मैं बड़ा होऊंगा न तब बहुत बड़ा बिज़नेस मेन बनुंगा, आप मेरे दादू है क्या आप मुझे कुछ सक्सेस के टिप्स दे सकते है"। दादाजी बोले "क्यो नही बेटा"।

     दादाजी ने पोते  का हाथ पकड़ के बाते करते हुए पास के प्लांटनर्सरी में ले गए। नर्सरी में से दादाजी ने 2 छोटे छोटे पौधे खरीदे और घर वापस आ गए। आने के बाद पोते के साथ मिल कर उन्होंने एक पौधा घर के अंदर लगा दिया और एक पौधा घर के बाहर लगा दिया। अब आराम से बैठ कर बातो ही बातों में दादाजी ने पोते से पूछ लिए की"बेटा ये बताओ भविष्य में घर वाला पौधा ज्यादा ग्रो करेगा या घर के बाहर वाला पौधा ज्यादा ग्रो करेगा,दोनों में से सक्सेस किसे मिलेगा"। पोते ने कहा"दादाजी घर के अंदर वाला पौधा तेजी के साथ ग्रो करेगा क्यो की वो घर के अंदर है ज्यादा सेफ है, और बाहर वाले पौधे को तो बहूत कुछ सहना पड़ेगा कभी बारिश कभी तूफान कभी तेज धूप तो मुझे लगता है की बाहर वाला पौधा ज्यादा ग्रो नही कर पायेगा"। दादाजी कुछ बोलते तो शायद पोता मानने को तैयार नही होता इसलिए दादाजी ने कहा बेटा जब तुम दुबारा छुटियो में आओगें तो स्वयं देख लेना।

       कुछ दिन बाद पोते की छुटियां खत्म हुई और वो वापस सहर में चला गया। समय बीतता गया,इस दौरान दादाजी ने दोनों पौधों की देखभाल अच्छी तरह की । 5साल बाद पोता वापस छुटियो में गांव आया , दादाजी से मिलते ही बोला दादाजी पिछली बार मैंने आपसे success के टिप्स पूछे थे आपने तो बताया ही नही अब तो बताओ। यह सुन के दादाजी ने स्माइल की पोते को वही ले गए जहाँ उन्होंने पौधे लगाए थे। छोटा सा पौधा पेड़ में बदल गया था। घर के पौधे को देख पोता खुश होकर बोला, देखा दादाजी मैंने बोला था न ये वाला पौधा ज्यादा ग्रो करेगा।

अच्छा बाबा अच्छा अब बाहर वाले पौधे का हाल भी देख ले,ये कहके दादाजी पोते को बाहर ले गए। बाहर एक बड़ा से पेड़ proudly खड़ा था उसके ब्रांचेज चारो तरफ फैले थे,जड़े हर तरफ फैली थी,उसकी छाव में कुछ लोग बैठे बाते कर रहे थे। बेटा अब बताओ कौन सा पौधा ज्यादा ग्रो किया, दादाजी ने पोते से पूछा।बाहर वाला दादू पर यह कैसे possible हुआ बाहर तो न जाने उसे कितने खतरों का सामना करना पड़ा होगा फिर भी।

इस पर दादाजी बोले,challenges फेस करने के अपने rewards भी तो है, उसके पास अपनी आजादी थी,जितनी चाहे खुद को फैलाये अपनी शाखाओ से आसमान छू ले,बस इसी तरह तुम भी ध्यान रखना ज़िन्दगी भर safe option चूज़ करते करते तुम उतना ग्रो नही कर पाओगे जितनी तुम्हारी capacity है, लेकिन अगर तुम सारे risk लेने के बावजूद दुनिया का सामना करने को तैयार रहते हो तो तुम्हारे लिए कोई भी भी aims achieve करना impossible नही है। पोते ने दादाजी की बात सुनी और एक नज़र उस बड़े से पेड़ पर डाली उसे success का मंत्र मिल चुका था।


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