तुम जब करीब आती हो
आंखों से मुस्कुराती हो
चुप चुप सी रहती हो
पलको से बोल जाती हो
गुस्सा कितना भी करो
मुझे देखते ही खिलखिलाती हो
मैं कही दूर न चला जाऊं
इस बात से डरती हो
मुझसे बाते न हो
तो खुद को परेशान करती हो
कभी चिढ़ती हो
तो कभी गुस्सा दिखाती हो
पल पल हर पल
मुझे विश्वास दिलाती हो
कितना प्यार करती हो
मुझे अहसास कराती हो
मेरी थोड़ी सी भी दूरी
तुम सह नही पाती हो
कभी sms तो कभी कॉल करके
मेरी खैरियत जताती हो
रात में सोने से लेकर
सुबह के जगने तक
मेरे ख्वाब बुनती हो
और मेरे ही सपने सजाती हो
कुछ भी करो कुछ भी कहो तुम
बिन मेरे तुम रह नही पाती हो।
✍️tri..
Very nice 💐❤
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