बुधवार, 1 जुलाई 2020

राधे कृष्ण (poem)


राधे कृष्ण


है राधे की राधिका 
चंचल चितवन तेरी होए
पलके कजरारी 
ओठ अंगारे ....
नेनो में तेरे राधे बसा
चेहरे का सुख तू होए
दिल कृष्ण कृष्ण कह रहा
कृष्ण सुख कब होए 
मन खोया कृष्ण लोभ में
भूल के सुध-बुध खोये
राधे कृष्ण मन रम रमा
तू रीत न जाने कोय 
तू प्रीत न जाने कोय
न तू मीरा भई...
न राधे सी कोय...
पर कृष्ण तेरे प्रेम में 
ये तेरी दीवानी होय।
@tri....

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