डॉक्टर्स तुम ईश्वर तो नहीं
पर ईश्वर रूप बन जाते हो।
चिंता की कोई बात नही
कह के मन को सुकून पहुचाते हो,
जब आशु गिरने लगते है
हर इंसान के दर्द की
तुम दवा बन जाते हो,
जहा उम्मीदे खत्म हो जाये
तुम उम्मीद बन जाते हो,
खुद की परवाह किये बिना
अपनी इच्छाओं को भूल
परिवारों की चिन्ता से दूर
हर दर्द को सहते हुए
तुम मुस्कुराते हो....
अपने सुकून की बलि देकर
तुम सबकी जान बचाते हो,
हर हाल में कैसे भी हो
तूम अपना कर्तव्य निभाते हो,
डॉक्टर्स तुम ईश्वर तो नहीं
पर ईश्वर दूत कहलाते हो।
@tri....
Real hero ❤👌Beautiful poem dedocate to all doctors
जवाब देंहटाएंBeautiful poem hats of to all Dr. Jo apni Jan ki parvah kiye bime dusro ki jam bacha rhe hai
जवाब देंहटाएंBeautifully expressed . Excellent 👌🏻
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