शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

थैंक्स डॉक्टर ( Poem)


डॉक्टर्स तुम ईश्वर तो नहीं
पर ईश्वर रूप बन जाते हो।
चिंता की कोई बात नही 
कह के मन को सुकून पहुचाते हो,
जब आशु गिरने लगते है 
तुम सहारा बन जाते हो,
हर इंसान के दर्द की 
तुम दवा बन जाते हो,
जहा उम्मीदे खत्म हो जाये 
तुम उम्मीद बन जाते हो,
खुद की परवाह किये बिना
अपनी इच्छाओं को भूल
परिवारों की चिन्ता से दूर
हर दर्द को सहते हुए
तुम मुस्कुराते हो....
अपने सुकून की बलि देकर
तुम सबकी जान बचाते हो,
हर हाल में कैसे भी हो
तूम अपना कर्तव्य निभाते हो,
डॉक्टर्स तुम ईश्वर तो नहीं
पर ईश्वर दूत कहलाते हो।
@tri....


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